
Mukesh Kumar
11 Books
डॉ. मुकेश कुमार
डॉ. मुकेश कुमार ने दूरदर्शन की लोकप्रिय समाचार पत्रिका ‘परख’ से टीवी पत्रकारिता के सफ़र की शुरुआत की। साप्ताहिक पत्रिका ‘फ़िलहाल’ एवं टॉक शो ‘कही-अनकही’ का निर्देशन एवं संचालन किया। दूरदर्शन के बहुचर्चित ब्रेकफास्ट शो ‘सुबह सवेरे’ ने उन्हें राष्ट्रव्यापी ख्याति दिलाई। उन्होंने टीवी टुडे द्वारा निर्मित डॉक्यू ड्रामा ‘आज की नारी’ के लिए पटकथा भी लिखी। उन्हें छह न्यूज़ चैनल शुरू करने का श्रेय जाता है। प्राइम टाइम एंकर के तौर पर वे लोकप्रिय एवं प्रतिष्ठित कार्यक्रम ‘स्पेशल एजेंडा’, ‘राजनीति’, ‘बात बोलेगी’, ‘शतरंज के खिलाड़ी’, ‘सम्मुख’, ‘फ़िलहाल’, ‘कही अनकही’ आदि भी प्रस्तुत करते रहे। वृत्तचित्रों, टेलीफिल्म और टॉक शो का भी निर्माण किया। टेलीफिल्म ‘कंठा’ के लिए पटकथा एवं संवाद लेखन, सह निर्देशन के साथ-साथ अभिनय भी किया और ‘उल्टा-पुल्टा’ नामक शॉर्ट फिल्म भी बनाई।
वे साहित्यिक पत्रिकाओं ‘हंस’, ‘नया ज्ञानोदय’, ‘पाखी’, ‘दुनिया इन दिनों’ समेत कई पत्र-पत्रिकाओं एवं वेबसाइट के लिए स्तम्भ लेखन करते रहे हैं। अब तक उनकी बारह किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं। हाल में प्रकाशित ‘मीडिया का मायाजाल और टीआरपी’, ‘टीवी न्यूज़ और बाज़ार’ उनकी अत्यधिक चर्चित किताबों में से हैं। उनका कविता संग्रह ‘साधो जग बौराना’ भी काफी सराहा गया। उनकी अन्य किताबें हैं : ‘दासता के बारह बरस’, ‘भारत की आत्मा’, ‘लहूलुहान अफ़गानिस्तान’, ‘कसौटी पर मीडिया’, ‘टेलीविज़न की कहानी’, ‘ख़बरें विस्तार से’, ‘चैनलों के चेहरे’, ‘मीडिया मंथन’, ‘फ़ेक एनकाउंटर’।
वे माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय में एडजंक्ट प्रोफेसर एवं एसजीटी यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर एवं डीन रह चुके हैं। फिलहाल सत्यहिन्दी डाट कॉम के सलाहकार सम्पादक हैं।
ईमेल : mukeshkabir@gmail.com
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