Maloy Jain

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मलय जैन

27 फ़रवरी, 1970 को मध्य प्रदेश के सागर में जन्मे मलय जैन की मूल भूमि राष्ट्रकवि मैथिली शरण गुप्त की जन्मस्थली चिरगाँव, जिला झाँसी है। बचपन बीतते ही उन्होंने दो किशोर उपन्यास ‘दीवान गढ़ी का रहस्य’ तथा ‘यक्षहरण’ लिख डाले और अब व्यंग्य के क्षेत्र में रम गए हैं। 2015 में प्रकाशित उनका व्यंग्य उपन्यास ‘ढाक के तीन पात’ अत्यन्त चर्चित हुआ। उनके व्यंग्य हिन्दी की चर्चित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहे हैं। व्यंग्य लेखन के साथ-साथ वे पोलिश लेखक वलेरियन डोमिंसकी की अंग्रेज़ी कहानियों एवं व्यंग्य रचनाओं के हिन्दी अनुवाद में भी सक्रिय हैं। उन्हें साहित्य अकादमी, म.प्र. के प्रादेशिक पुरस्कार ‘बाल कृष्ण शर्मा नवीन पुरस्कार’, ‘रवीन्द्र नाथ त्यागी स्मृति सोपान पुरस्कार’, ‘सरदार दिलजीत सिंह रील व्यंग्य सम्मान’, ‘कमलेश्वर सम्मान’ और 2023 के ‘अभिनव शब्द शिल्पी अलंकरण’ से सम्मा​नित किया जा चुका है।

ई-मेल : maloyjain@gmail.com

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